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देर रात एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में चार बदमाश हुए ढेर ,मारे गए बदमाश मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्य थे ।। 🗞️📰

देर रात एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में चार बदमाश हुए ढेर ,मारे गए बदमाश मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्य थे ।। 🗞️📰

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कौन था मुस्तफा कग्गा, जिसके गैंग के 4 बदमाश शामली एनकाउंटर में हुए ढेर? पूरी क्राइम कुंडली

4 बदमाश शामली एनकाउंटर में हुए ढेर

शामली जिले में देर रात एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में चार बदमाश ढेर हो गए. इसमें एक लाख का इनामी बदमाश अरशद भी शामिल है. मारे गए बदमाश मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्य थे.

उत्तर प्रदेश के शामली में देर रात एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में चार बदमाश ढेर हो गए. इसमें एक लाख का इनामी बदमाश अरशद भी शामिल है. मारे गए बदमाश मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्य थे. आइए जानते हैं कौन था मुस्तफा कग्गा, वह पश्चिमी यूपी में आतंक का पर्याय कैसे बना…?

ये बात है साल 2010 की. शामली जिले के बिड़ौली चेक पोस्ट पर एसओजी के सिपाही सचिन मलिक और इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार मौजूद थे. तभी उनकी नजर मुस्तफा उर्फ कग्गा की गाड़ी पर पड़ी. उन्होंने उसे रोकने का इशारा किया लेकिन कग्गा ने कार रोकते ही पुलिस पर गोलियां बरसा दीं. कई गोली लगने की वजह से सिपाही सचिन मलिक की मौत हो गई.

इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद मुस्तफा कग्गा मौके से फरार हो गया था. पुलिस उसके पीछे लगी हुई थी. उसे छिपने की जगह नहीं मिल रही थी. वह हर दिन अपना ठिकाना बदल रहा था. करीब एक साल बाद यानि 2011 में यूपी पुलिस ने मुस्तफा उर्फ कग्गा को सहारनपुर में एनकाउंटर में मार गिराया था।

बताया जाता है कि मुस्तफा अपने खास सहयोगी कुख्यात मुकीम काला आदि के साथ किसी भी वारदात को अंजाम देने के बाद छिपने के लिए यमुना खादर क्षेत्र का रुख करता था. इस इलाके में उसने अपने कई ठिकाने बना रखे थे. मुस्तफा कभी शामली जिले के कैराना इलाके में तो कभी झिंझाना क्षेत्र के यमुना खादर में जाकर छिप जाता था.

अगर पुलिस का दबाव ज्यादा पड़ता तो वह सहारनपुर के गंगोह और दूसरे इलाकों में जाकर छिप जाता था. मुस्तफा की कोशिश होती थी कि वह ऐसे इलाके में जाकर छिपे जहां पर लोगों की आबादी ज्यादा हो और स्थानीय लोग पुलिस के आने पर उसे छिपाने में मदद भी करें

एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि अरशद अपने साथियों के साथ झिंझाना थाना क्षेत्र से गुजरने वाला है. पुलिस ने घेराबंदी की और उन्हें रोकने की कोशिश की. अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला. करीब आधे घंटे तक चली इस मुठभेड़ में अरशद और उसके तीन साथी घायल हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया । 

 

 

 

संवाददाता उत्तरप्रदेश 🖋️

 

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